ठाणे में ‘पत्रकारिता पाठशाला’ कार्यशाला का उत्साहपूर्वक समापन: पत्रकारों को सरकारी योजनाओं की जानकारी और नए दृष्टिकोण से मिली प्रेरणा

ठाणे

अब्दुल गनी खान

ठाणे जिले के पत्रकारों, संपादकों और प्रतिनिधियों के लिए ‘पत्रकारिता प्रशिक्षण विद्यालय’ नामक एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय, मंत्रालय मुंबई, कोंकण संभागीय सूचना कार्यालय और ठाणे जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस पहल में पत्रकारों के लिए उपयोगी जानकारी, सरकारी योजनाओं की जानकारी, बातचीत सत्र और मार्गदर्शन सत्र प्रदान किए गए।

कार्यशाला में पत्रकार मान्यता प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान अपील की गई कि अधिक से अधिक संख्या में पावती पत्र के लिए आवेदन करें तथा आवेदन करते समय आने वाली किसी भी कठिनाई के बारे में संबंधित प्राधिकारियों को लिखित रूप से सूचित करें।

कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे उपायुक्त (सूचना एवं जनसंपर्क) उमेश बिरारी ने कहा कि पत्रकारों को ऐसी कार्यशालाओं से कुछ नया सीखने और पत्रकारिता को नए नजरिए से देखने का अवसर मिलना चाहिए, उन्होंने सभी पत्रकारों से इसका लाभ उठाने की अपील की।

कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार कैलाश महापदी ने पत्रकारिता में अपने अनुभव साझा किए और दर्पणकर बालशास्त्री जम्भेकर सम्मान योजना तथा शंकरराव चव्हाण स्वर्ण जयंती पत्रकार कल्याण कोष जैसी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पात्र पत्रकार इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज तैयार कर आवेदन करें।

श्री संजय पितले ने आश्वासन दिया कि पत्रकारों के लिए विभिन्न लाभ योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने तथा नियम व शर्तों को सरल बनाने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए जाएंगे।

इस कार्यशाला को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी अशोक शिंगारे (आई.पी.एस.), ठाणे मनपा आयुक्त सौरभ राव (आई.पी.एस.), सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय के महानिदेशक बृजेश सिंह (आई.पी.एस.), निदेशक (सूचना प्रशासन) हेमराज बागुल, निदेशक (मीडिया नियोजन) किशोर गंगुर्डे, निदेशक (समाचार एवं जनसंपर्क) डॉ. गणेश मुले, कोंकण विभागीय सूचना कार्यालय की उपनिदेशक अर्चना शंभरकर, ठाणे मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संदीप मालवी और प्रशांत रोडे, साथ ही जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र मांजरेकर ने विशेष मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया।

इस कार्यशाला में ठाणे जिले के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में पत्रकार, संपादक और प्रतिनिधि शामिल हुए। उपस्थित पत्रकारों को चर्चा, प्रश्नोत्तर सत्र और अनुभव साझा करने के माध्यम से एक-दूसरे के साथ सीधे बातचीत करने का अवसर मिला।

कार्यशाला का उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना ही नहीं था, बल्कि पत्रकारों के व्यावसायिक विकास, सरकार और प्रशासन के साथ सकारात्मक संबंध स्थापित करने तथा पत्रकारिता में नए रास्ते तलाशने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। उपस्थित पत्रकारों ने कहा कि ‘पत्रकारिता पाठशाला’ कार्यशाला हर दृष्टि से प्रभावी रही

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