
आंबेडकर अनुयायियों ने जिलाधिकारी कार्यालय सहित सैकड़ों गाड़ियों में की तोड़फोड़।
महाराष्ट्र के परभणि जिले में संविधान की अवमानना करने पर बुधवार को सुबह से तनाव का माहौल व्याप्त था। दोपहर होते-होते आगाजनी पथराव शुरू हो गया। डा,बाबा साहेब आंबेडकर अनुयायियों ने जिलाधिकारी कार्यालय और सैकड़ों वाहनों में तोड़-फोड़ की है। इसे देखते हुए कलेक्टर रघुनाथ गावड़े ने यहां कर्फ्यू लागू करने की घोषणा कर दी है। पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियां यहां शांति स्थापित करने का प्रायस कर रही हैं। संविधान के प्रति अवमानना करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। कलेक्टर गावड़े ने लोगों से शांति स्थापित करने में मदद करने की अपील की है। दरअसल, परभणि में मंगलवार शाम को एक शख्स ने जिलाधिकारी कार्यालय के पास लगी डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा के पास रखी गई संविधान की प्रति की अवमानना की थी। इसका विरोध करने के लिए आंबेडकर अनुयायियों ने परभणि शहर को बंद करने का ऐलान किया था। बुधवार सुबह से आंबेडकर अनुयायियों ने जिंतूर मार्ग, पाथरी मार्ग, वसमत रोड,तथा विभिन्न स्थानों पर धरना दिया। इस दौरान टायर भी जलाए गए और यातायात रोक दिया गया। शहर की कुछ अन्य सड़कों पर भी यही स्थिति रही, लेकिन दोपहर होते-होते माहौल बिगड़ गया। प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन रोड इलाके में दुकानों के शटर, बोर्ड, दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। सड़कों पर आगजनी के दौरान पुलिस दर्शक की भूमिका में थी। हालांकि, एक गाड़ी में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद आंदोलन के उग्र होने का संकेत मिलते ही पुलिस बल बढ़ा दिया गया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग किया और उसे तितर-बितर करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कुछ जगहों पर आंसू गैस भी छोड़े। जिला कलेक्टर ने स्थिति को सामान्य करने के लिए आंबेडकर अनुयायियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर बातचीत की गई। जिलाधिकारी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कलेक्टर ने परभणि में कर्फ्यू लागू कर दिया है। स्थिति को काबू करने का प्रयास किया जा रहा है।