भिवंडी, अब्दुल गनी खान भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका क्षेत्र के अन्ना भाऊ साठे नगर (वार्ड नंबर २० अ) के नागरिक शंकर डाइंग कंपनी से निकलने वाले जहरीले धुएं के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इस धुएं की वजह से इलाके में सांस की बीमारियां, खांसी, दमा और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
भिवंडी महापालिका आयुक्त तथा प्रशासक अनमोल सागर को दिए गए निवेदन में स्थानीय समाजसेवक अशोक पाटोले के अनुसार, शंकर डाइंग कंपनी की चिमनी और साठे नगर बस्ती की ऊंचाई बराबर होने के कारण धुआं सीधे कॉलोनी में प्रवेश कर रहा है। इससे पिछले कुछ वर्षों में कई नागरिकों को टीबी जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ा है, और कुछ की मौत भी हो चुकी है।नागरिकों ने पहले भी कई बार भिवंडी मनपा व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए अब उन्होंने महानगरपालिका आयुक्त से जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
नागरिकों की प्रमुख मांगें:
1. शंकर डाइंग कंपनी के खिलाफ प्रदूषण नियंत्रण कानूनों के तहत तत्काल कार्रवाई की जाए।
2. कंपनी की चिमनी की ऊंचाई बढ़ाने का आदेश दिया जाए, ताकि जहरीला धुआं बस्ती में न पहुंचे।
3. जांच की जाए कि कंपनी के पास प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) से वैध प्रमाणपत्र (NOC) है या नहीं।
4. साठे नगर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएं।
5. पिछले कुछ वर्षों में टीबी व अन्य बीमारियों से मरने वाले नागरिकों की सूची तैयार कर उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
प्रदर्शन की तैयारी

इस मामले को लेकर समाजसेवक अशोक पाटोळे ने भी नागरिकों की ओर से प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और शंकर डाइंग कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो नागरिक लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर क्या कदम उठाता है।