अब्दुल गनी खान
कल्याण शील रोड पर पलावा में आंशिक पुल के निर्माण कार्य के खिलाफ शिवसेना (यूबीटी) और मनसे द्वारा किए गए कड़े विरोध ने राज्य में दोनों ठाकरे भाइयों, शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे और मनसे के एक साथ आने की शुरुआत की। चूंकि दोनों दलों के कार्यकर्ता नागरिक मुद्दों पर सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ उत्साहपूर्वक सड़कों पर उतरे थे, इसलिए दोनों दल भविष्य में नगर निगम चुनाव एक साथ लड़ने के लिए तैयार हैं।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आदेशानुसार तथा कल्याण जिला प्रमुख दीपेश म्हात्रे के मार्गदर्शन में डोंबिवली और कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों के शिवसेना पदाधिकारियों ने एकजुट होकर कल्याण-शील मार्ग पर पलावा में पुल के निर्माण कार्य के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जो पिछले आठ वर्षों से आंशिक रूप से लंम्बित औरि बंद है।
इस आंशिक पुल के कारण प्रतिदिन क्षेत्र में भारी यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे आम नागरिकों को भारी मानसिक और शारीरिक कष्ट उठाना पड़ता है। इस ट्रैफिक जाम के कारण कभी-कभी स्कूल प्रशासन को छुट्टी करने की भी नौबत आ जाती है। इस पुल के अधूरे निर्माण के कारण नागरिकों को घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहना पड़ता है। इस पुल के उद्घाटन के संबंध में झूठी तारीखें बताकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा पहले भी कई बार नागरिकों को धोखा दिया गया है। यह वादा भी पूरा नहीं हुआ कि पुल 31 मई को खुल जाएगा। इस गंभीर धोखाधड़ी को देखते हुए कहा गया कि नागरिकों की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए यह आंदोलन किया गया।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता और कल्याण ग्रामीण के पूर्व विधायक प्रमोद (राजू) पाटिल के साथ-साथ डोंबिवली और कल्याण ग्रामीण भाग के मनसे पदाधिकारियों ने बड़े उत्साह के साथ विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
इन विरोध प्रदर्शनों को लेकर शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपेश म्हात्रे ने कहा कि यह लड़ाई किसी पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि आम नागरिकों के अधिकारों के लिए है। उन्होंने कहा कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना दोनों जनता के मुद्दों के लिए मिलकर लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता और कल्याण ग्रामीण से पूर्व विधायक प्रमोद (राजू) पाटिल ने सत्तारूढ़ पार्टी की निष्क्रियता की कड़ी आलोचना की और कहा, “हम आम लोगों के लिए हमेशा साथ हैं।