मजहर खान मुंबई
मुंबई का मशहूर कूपर अस्पताल इन दिनों किसी अस्पताल से ज्यादा चूहों का खेल का मैदान नज़र आ रहा है। वार्ड में बेखौफ चूहे ऐसे दौड़-भाग कर रहे हैं जैसे यह उनका घर हो और मरीज सिर्फ मेहमान! हाल ही में सामने आए एक वायरल वीडियो ने इस भयावह हकीकत को जगजाहिर कर दिया है—जहाँ बेड पर लेटे मरीज के ऊपर से चूहा आराम से टहलता हुआ दिखा।
👨👩👧👦 मरीज और उनके परिजन दहशत में हैं।
🩺 अस्पतालकर्मियों का कहना है— “क्या करें? हर वार्ड की यही हालत है, मनपा प्रशासन सुनता ही नहीं!”

😷 चूहों की इस आतंकगर्दी ने अस्पताल की स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण की पोल खोल दी है।
715 बेड वाला अस्पताल, मगर हाल बेहाल!
कूपर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में कुल 715 बेड हैं, हर साल लगभग 6 लाख ओपीडी और 30 हजार आईपीडी मरीज यहां इलाज कराने आते हैं। लेकिन जब इलाज के बजाय चूहों की उछल-कूद देखने को मिले तो मरीज की बीमारी और बढ़ ही जाएगी!
प्रशासन बना मूक दर्शक
लोगों ने कई बार शिकायत की, मगर अस्पताल प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। मनपा की जिम्मेदारी स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त रखने की है, लेकिन हकीकत यह है कि अस्पताल में गंदगी का बोलबाला और चूहों का कब्ज़ा हो चुका है।
बड़े सवाल खड़े!
अब सवाल यह है कि क्या महायुति सरकार और मनपा प्रशासन मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं?
अस्पताल की डीन डॉ. नीलम आंद्राडे से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन उठाना ही मुनासिब नहीं समझा।
👉 कुल मिलाकर, कूपर अस्पताल के वार्डों का हाल देखकर यही कहा जा सकता है कि यहां मरीज बीमारी से कम और चूहों की दहशत से ज्यादा परेशान हैं!