
मो रफीक चीफ ब्यूरो बस्ती
उत्तर प्रदेश की राजधानी के करीब जिला बस्ती में मनमानी तरीके से प्राइवेट अस्पतालों में बिना सर्जन डॉक्टर और एमबीबीएस डॉक्टर के ही विभागीय मिलीभगत से अवैध तरीके अस्पताल चलाए जा रहे हैं।
इन प्राइवेट अस्पतालों के अग्निशमन दल और मेडिकोप्लोशन के है रजिस्ट्रेशन भी नहीं रहते,
अधिकतर अस्पतालों पर नही है एनेस्थीसिया के डाक्टर फिर भी विभागीय रहमो-करम पर चला रहे प्राइवेट अस्पताल।
प्राइवेट अस्पताल पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही होने के बावजूद भी फिर से संचालित हो जाते हैं प्राइवेट अस्पताल।
प्राइवेट अस्पताल में जब कोई घटना घटित होती है तो स्वास्थ्य महकमा कार्यवाही में जुटती है।
बिना मानक पुरा किये जिले मे चल रहे दर्जनों प्राइवेट अस्पताल। इतना ही नहीं इन अस्पतालों द्वारा मनमानी ढंग से पैसा वसूले जाने के आरोप लगते रहते हैं लेकिन संबंधित विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।कमिशन खोरी के खेल में लिप्त अस्पताल के डाक्टर अपनी मर्जी से बिना वजह अलग अलग टेस्ट करा कर मरीजों से पैसा ऐंठने में लगे रहते हैं,जिसको लेकर स्थानीय जनता के बीच त्राहि-त्राहि मची हुई है और स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहें हैं।
