महायुती सरकार के विरुद्ध महिलाओं का अनोखा आंदोलन।

भिवंडी


रामनवमी पर त्रिमुखी रावण सरकार का दहन ।
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लाडली बहन योजना‌ के धोके में बढाई जा रही है मंहगाई,,स्वाती कांबले
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भिवंडी महाराष्ट्र राज्य की महायुती सरकार और उनकी सहयोगी सत्ताधारी पार्टीयों और उनके नेताओं द्वारा निरंतर महिलाओं पर किये जा रहे बलात्कार, अत्याचार,अभद्र तथा आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भी उन पर किसी भी प्रकार की दंडनीय कार्यवाई न करके उनको प्रोत्साहित करना ट्रीपल इंजनीय सरकार व इनके सहकारी पार्टीयों का रोजमर्रा का मामूल बन गया है,ऎसॆ मामलात में राज्य सरकार की रहस्यमय‌ खामोशी यह इंगित करती है की इन तमाम मामलात में राज्य सरकार की भी सहमति शामिल है,सत्ताधारी पक्ष  के अनेक नेताऒ पर विनय‌भंग के गुनाह दाखिल है मगर‌ उन सभी नेताऒं पर आजतक कोई पक्षिय या कानूनीय दंडात्मक कार्यवाई क्यों नही हुई ? यह सोचने का विषय है।


        महाराष्ट्र राज्य की महायुती सरकार पर ऎसा गंभीर आरोप लगाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार पक्ष की महिला शहर जिल्हा अध्यक्ष स्वातीताई कांबले ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा।
         राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस शरदचंद्र पवार पक्ष के जनसंपर्क कार्यालय जुना जकातनाका, कोणार्क आर्केड के मुख्य द्वार पर सैकडो की संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने महिला अध्यक्षा  स्वातीताई कांबले के‌ नेतृत्व में एक अनोखा आंदोलन किया सभी महिलोंओं के हाथ में प्ले कार्ड और बैनर थे जिन पर महायुती सरकार के व उनके सहयोगी सत्ता पक्ष के “त्रिमुखी रावण का दहन” लिखा था जिसे जला कर महिलाऒं ने अपना रोष प्रकट किया।


राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस पक्ष शरदचंद्र पवार महिला प्रदेस अध्यक्ष रोहीणीताई खड्से के आदेशानुसार आज पुरे महाराष्ट्र में त्रिमुखी रावण दहन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है ।
        स्वातीताई कांबले ने कहा कि आज वर्तमान की घमंडी व अहंकारी सरकार भय,राग,द्वेष व लालच के आधार पर वैसी ही सरकार चला रही है,जैसी लंका पति रावण की अहंकारी सरकार थी ऎसी अहंकारी सरकार बहुत दिनों तक नहीं चला करती आज हम महिलाओं ने राम नवमी के अवसर पर सीता मैय्या के आदर्श पर चल कर त्रिमुखी रावण के गर्व व अहंकार का दहन किया है , आने‌वाले पचास दिनों में महाराष्ट्र की जनता भी इस अहंकारी सरकार का दहन करने के लिए तैय्यार बैठी है ।

स्वाती कांबले ने कहा कि चुनाव के समय महिलाओं को लाडली बहन योजना का पंद्रह सौ रुपये की लालच का लालीपाप हाथ में थमा‌कर राज्य सरकार नें  लाडली बहन योजना का मजाक बना रखा है पंद्रह सौ रुपये की लालच में बैक की लंबी‌ लाइन में लाडली गर्भवती बहने गिरकर  बेहोश हो रहीं हैं,कैंसर के इलाज के लिए महिलायें दर दर की ठोकर खा रही हैं इलाज के लिए अच्छे अस्पताल का अभाव है, बच्चों में शिक्षा का अभाव है ,पढने के लिए‌ अच्छे स्कूल व कालेज नहीं है,बिजली की दरें बढी हैं ,किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे है ,मजदुरों के हाथों को काम नहीं है ,पीने के पानी की समस्या है, रोड रास्तों की समस्या है, डिजल पेट्रोल और रसॊई गैस की बढती किमतों की समस्या है। लेकिन इन बुनियादी और गंभीर समस्याओं पर सरकार का बिल्कुल  ध्यान नहीं है , दिपावली  के त्यौहार के अवसर ,चीनी पर चार रुपये और खाने के तेल पर‌ २३ रुपये का भाव बढा कर सरकार‌‌ लाडली बहनों को कौन सी राहत दे रही है समझ से परे की बात है। आने वाले समय में मध्य प्रदेस में जो हाल लाडली बहन योजना का हुआ है  महाराष्ट्र में उससे बुरा हाल होने वाला है ।उन्होंने आव्हान किया की आने वाले पचास दिनों में आप लोग भी इस तीन मुंह के त्रिइंजनीय सरकार का दहन करने के लिए तैय्यार रहें

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