तेज़ नारे के साथ खुशी से झूमीं जनता
अब्दुल गनी खान
भिवंडी,आज 28 अक्तूबर, 2024. भिवंडी के पूर्व महापौर और कांग्रेसी नेता विलास पाटील ने सोमवार को हजारों समर्थकों के सैलाब के साथ भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवारी का पर्चा कॉग्रेस और निर्दलीय दोनों के उम्मीदवार के रूप नामांकन भरे हैं।

विलास पाटील ने पत्रकारों से कहा कि उनको अभी भी आशा है कि कांग्रेस पार्टी अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगी और उन्हें भिवंडी पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से टिकट देगी। पाटील के अनुसार कॉग्रेस पार्टी को ऐसा उम्मीदवार चुनना चाहिए जो जीतने की क्षमता रखता हो और इस निर्वाचन क्षेत्र के हर वर्ग का विश्वास और समर्थन प्राप्त कर सके।

सोमवार सुबह विलास पाटील ने छत्रपती शिवाजी महाराज चौक पर शिवाजी महाराज की मूर्ति पर माल्यार्पण और पुष्पवर्षा करके अपने उम्मेदवारी का पर्चा भरने के लिए पद यात्रा शुरू की।

विलास पाटील ने हाफिज जी बाबा की दरगाह पर चादर चढ़ाया और उनसे आशीर्वाद भी लिया। छत्रपती शिवाजी महाराज चौक से कामत घर चुनाव कार्यालय तक पदयात्रा के दौरान उनके हजारों समर्थकों का हुजूम उनके साथ चल रहा था।
विलास पाटील ने कहा की एक विधायक के रूप में वे भिवंडी के सर्वांगीण विकास के लिए काम करना चाहते हैं। भिवंडी में उच्च शिक्षा, मेडिकल शिक्षा, खेल सुविधाओं के लिए यहाँ के नागरिकों को ठाणे और मुंबई की ओर रुख करना पड़ता है, वे चाहते हैं की यहाँ के रहिवासियों को यह सुविधाएं इसी शहर में मिले इसके लिए वे काम करेंगे। साथ ही वे इस शहर में बढ़ रही ट्रैफिक और खराब सड़कों की समस्याओं के लिए भी टिकाऊ समाधान निकालेंगे।

उन्होंने कहा कि इस शहर में सेवा करते हुए मुझे 30 साल से अधिक हो गए हैं, और मैं हर क्षेत्र से भली-भांति परिचित हूँ तथा मतदाताओं से उस तरीके से जुड़ा हूँ जो केवल दशकों की सेवा से ही संभव हो सकता है। मेरे पिता, जो जीवन भर कांग्रेसी रहे और भिवंडी में 40 वर्षों तक सेवा की, जिसमें 15 साल भिवंडी कांग्रेस ग्रामीण समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, उन्होंने मुझे जनसेवा के मूल्य सिखाए हैं।
इस शहर के प्रति समर्पण ने मुझे लोगों और उनकी चुनौतियों की एक गहरी समझ दी है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए मैं सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हूँ जो उम्मीदवार इस क्षेत्र से परिचित नहीं है, उसे मतदाताओं का समर्थन प्राप्त करना मुश्किल होगा, और यदि वर्तमान निर्णय बरकरार रहता है तो इससे पार्टी इस सीट पर हारने का जोखिम उठाएगी।
मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी ने भिवंडी ग्रामीण में रहने वाले दयानंद चोरघे को भिवंडी पश्चिम से टिकट देकर कांग्रेस पार्टी में दरार पैदा करदी है, जिससे नाराज कांग्रेसी ही नहीं बल्कि वोटर भी ख़फ़ा नजर आ रहे हैं।