मुख्यमंत्री सचिवालय से आया अतिक्रमण हटाने का आदेश
भिवंडी – कामवारी नदी के किनारे अवैध तरीके से कब्जा कर अतिक्रमण कर पतरा शेड, पकके मकान और इमारत बना लिया गया है, सीआरजेड का उल्लघंन कर पावरलूम कारखाने बना लिया गया है, जिससे लगातार कामवारी नदी सिकुड़ती जा रही है जिससे आने वाले समय में बाढ़ जैसी स्थिति और नदी के विलुप्त होने का खतरा बढ़ गया है, कामवारी नदी भिवंडी शहर से होते हुए खोणी ग्राम पंचायत, शेलार ग्राम पंचायत, भिवंडी शहर के मिल्लत नगर, अमिना बाग,नदीनाका, म्हाडा कालोनी,संगम पाड़ा, कोबंडपाडा, आदर्श पार्क,बंदर मोहल्ला,तांडेल मोहल्ला, ईदगाह रोड से होकर गुजरती है उक्त सभी इलाकों में नदी के दोनों किनारों पर अतिक्रमण कर लिया गया है जिसमें भारी संख्या में झोंपड़े भी बना लिया गया है यह सीआरजेड खुल्लम खुल्ला उलंघन है जिसे संबंधित विभाग के अधिकारी नजरंदाज कर रहे हैं आसपास के नेता वोटबैंक के चक्कर में सीआरजेड का उल्लघंन करवा कर अवैध कब्जा करवा रहे हैं, इसकी शिकायत राष्ट्रीय मानव हक्क मंच के अध्यक्ष शरद काशीनाथ धूमाल ने मुख्यमंत्री से की थी मुख्यमंत्री कार्यालय ने कामवारी नदी अतिक्रमण को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय ने जिलाधिकारी और भिवंडी मनपा आयुक्त को नदी किनारे से अवैध अतिक्रमण हटाने और सीआरजेड के पालन का निर्देश दिया है,इस निर्देश के बावजूद जिलाधिकारी और मनपा आयुक्त कारवाई करने में लापरवाही कर रहे हैं
