खाड़ी को “नदी” बताकर कारोबारियों को कब तक लूटते रहेंगे?

भिवंडी



मुख्यमंत्री से संबंधित संबंधित विभाग को भेजा गया पत्र।

भिवंडी-निजामपुर महानगरपालिका की सीमा से सटी कामवारी नदी, शहर के भीतर खाड़ी में बदल जाती है। लेकिन कुछ शातिर असामाजिक तत्व, स्वयंभू आरटीआई कार्यकर्ता और फर्जी शिकायतकर्ता इसे नदी बताकर करोड़ों की उगाही के खेल में जुटे हैं।जिसका पर्दाफाश हो गया है,जिसको पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी भिवंडी शहर अल्पसंख्यक विभाग अध्यक्ष अब्दुल गनी खान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और जिला अधिकारी ठाणे, प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड कल्याण,उपविभागीय अधिकारी भिवंडी, तहसीलदार भिवंडी तथा भिवंडी महानगर पालिका आयुक्त को पत्र देकर नदी और खाड़ी के सीमा को तय किया जाये,और बोर्ड लगाकर सब को जागरूक किया जाये जिससे गुमराह करने वाले माहितीबाज और ब्लेकमेलरों पर रोक लगे, अन्यथा हजारों बे रोजगारों को रोजगार देने वाली कंपनियां बंद हो जाएंगी,और बे रोजगार होकर मजदूर भुखमरी का शिकार बन जायेगा।

बड़े खेल का खुलासा: कैसे होती है उगाही?

✅ खाड़ी को “नदी” घोषित कर संस्थानों को अपराधी साबित करने की साजिश!
✅ पर्यावरणीय उल्लंघन का झूठा डर दिखाकर कंपनियों से मोटी रकम वसूलने की कोशिश!
✅ लगातार झूठी आरटीआई और फर्जी शिकायतें दर्ज कर अधिकारियों पर दबाव बनाना!
✅ “सेटेलमेंट” के नाम पर कंपनियों से भारी उगाही, नहीं देने पर कार्रवाई की धमकी!

क्यों खतरनाक है यह खेल?

⚠ भिवंडी का औद्योगिक विकास संकट में!
⚠ खाड़ी किनारे स्थित कंपनियां हजारों लोगों को रोजगार देती हैं।
⚠ अगर उगाही का यह खेल यूं ही चलता रहा, तो कई कंपनियां बंद होने पर मजबूर हो सकती हैं, जिससे हजारों परिवारों की रोजी-रोटी पर खतरा मंडरा रहा है।

प्रशासन की चुप्पी, असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद!

स्थानीय प्रशासन और महानगरपालिका की निष्क्रियता के चलते इन उगाहीबाजों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।
👉 क्यों नहीं हो रही इस फर्जीवाड़े की जांच?
👉 आखिर कब तक संस्थानों को इस तरह जबरन वसूली का शिकार बनाया जाएगा?
👉 क्या प्रशासन इस गोरखधंधे में शामिल लोगों को बेनकाब करेगा?

जनता और संस्थानों से अपील!

❗ अगर कोई खाड़ी को नदी बताकर जबरन पैसे मांगता है या फर्जी शिकायतें करता है, तो तुरंत पुलिस और प्रशासन में शिकायत दर्ज करें!
❗ भिवंडी के औद्योगिक विकास को बचाने के लिए एकजुट हों और इस उगाही रैकेट का पर्दाफाश करें! जानकारों का कहना है कि नदी केवल संविदा के पास किसानों को सिंचाई हेतु बांध है जिससे किसानों के खेतों को पानी मिले और तिलक घाट पर एक बांध है जिसमें गणेश उत्सव के समय विशर्जन किया जाता है,उसके बाद खाड़ी आ जाती है जिसमें भिवंडी निजामपुर महानगर पालिका यानि पूरे शहर का नाला और गटर का पानी खाड़ी में जाता है,मनपा के विरुद्ध किसी भी व्यक्ति ने आज विरोध नहीं किया लेकिन शहर के मजदूरों को रोजगार देने वाली कंपनियों को ब्लेकमेलरों द्वारा तबाह और बर्बाद करने में लगे हैं।

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