अब्दुल गनी खान
भिवंडी- मुंबई दौरे पर आए प्रतापगढ़ के समाजसेवक नजम हसन ने कहा कि राजनीति का जो स्तर इस दशक में गिरा है पहले कभी नहीं गिरा, नजम हसन (समाज सेवक) ने जवाब देते हुए कहा कि इन दिनों जिस तरह की राजनीति प्रतापगढ़ कुण्डा के राजा भैय्या कर रहे हैं लगता है की इससे नीचे अब राजनीति नहीं गिर सकती। पहले भड़काने वाले भाषण देना और फिर उसका इल्ज़ाम मुसलमानों पर लगा कर हिंदू खतरे में है कह कर भारतवासियों में डर की राजनीति करना। अब बंगाल हिंसा के सहारे अपनी गंदी राजनीति को चमकाने की कोशिश करना। जब की इस बात के साक्ष्य मिले हैं की बंगाल की हिंसा सुनियोजित थी जिसे अंजाम दिया गया। अब मुसलमान ही इनकी लंगड़ी राजनीति का सहारा हैं।

राजा भैय्या और इनकी नफरती पार्टी वक्फ़ बोर्ड जैसे काले और असंवैधानिक कानून के ज़रिए मुसलमानों की ज़मीनों पर इनकी बदनियती अब जग ज़हिर हो गयी है और अब तो उच्चतम न्यायालय ने भी वक़्त कानून के नये संशोधन को असंवैधानिक माना है की यह कानून संविधान और अल्पसंख्यकों के अधिकारो का हनन करता है। जबकी बीजेपी और इनकी ट्रोल्स और हिन्दूवादी संघटन अब उच्चतम न्यायालय की ही अवहेलना करने में लग गये क्योंकि अभी तक जो इन्होंने बिल चाहा बिना किसी विरोध के संसद में पास करा लिया अब चाहे इनके गलत कानूनों से देश के नागरिक और सम्मान दोनों को हमेशा नुकसान ही उठाना पड़ा है जबकि इस बार ये अपनी मनमानी नहीं कर पा रहें हैं तो बौखलाहट में न्यायालय का भी सम्मान नहीं कर पा रहे हैं और करे भी तो कैसे इन्होंने सम्मान करना सीखा ही नहीं है, सीखा है तो नफरत करना और नफरत ही फैलाना जबकी इनके वोटर्स जितने हिन्दू है उतने ही मुस्लिम भी हैं और जनता के प्रति इनका कर्तव्य है की यह अपने वोटरों को समान समझें ना की एक को खुश करने के चक्कर में दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना ही भूल जायें। देश कैसे तरक्की करे राज नेताओं को ये सोचना चाहिए और सभी हिन्दू और मुसलमान सिख ईसाई को साथ लेकर अपनी साझा विरासत को आगे ले जाने और गंगा जमुनी तहज़ीब से लोगों में मुहब्बत का पैग़ाम बांटने के बारे में विचार करना चाहिए।