पानीपत/संवाददाता।
हरियाणा के पानीपत में एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया है। दिखने में शांत और साधारण जीवन जीने वाली एक महिला चार बच्चों की मौत की ज़िम्मेदार निकली। पुलिस जांच में सामने आया है कि बच्चों की सुंदरता के प्रति जलन और मानसिक विकृति के कारण उसने एक-एक कर चार मासूमों को मौत के घाट उतार दिया।
कबूले अपराध ने खोल दीं हैरत में डालने वाली परतें
पुलिस पूछताछ में आरोपी महिला पूनम ने माना कि उसे सुंदर बच्चों को देखकर चुभन महसूस होती थी। इसी असामान्य मानसिकता ने उसे अपने भयावह अपराधों की ओर धकेल दिया।
पहला मामला: ननद की बेटी की संदिग्ध मौत
साल 2023 में सोनीपत के बोहड़ गांव में खेलते समय ननद की बच्ची की मौत को परिवार ने हादसा माना, पर अब वही घटना हत्या निकली।
दूसरा मामला: अपने ही बेटे की बलि
पहली वारदात के बाद शक से बचने के लिए आरोपी ने अपने तीन वर्षीय बेटे की भी जान ले ली, जिससे परिवार को उस पर बिल्कुल भी शक न रहे।
तीसरी वारदात: मायके में भतीजी बनी शिकार
2025 में मायके में भाई की 10 वर्षीय बेटी की संदिग्ध मौत भी अब हत्या साबित हुई है।
चौथी हत्या और सच का पर्दाफाश
ताजा घटना 1 दिसंबर 2025 की है। नौल्था गांव में शादी समारोह के दौरान जेठानी की छह वर्षीय बेटी की मौत पर परिवार को शक हुआ। बच्ची का शव जिस स्थिति में मिला, उसने पुलिस का ध्यान पूनम की ओर मोड़ दिया।
दरवाज़ा बाहर से बंद और घटनाक्रम अस्वाभाविक होने पर पुलिस को सख़्ती से जांच करनी पड़ी।
जांच में मिला एक जैसा पैटर्न
पुलिस ने पुराने मामलों के रिकॉर्ड, घटनाओं का समय और स्थान जोड़कर देखा तो चारों में समानताएं मिलीं —
बच्चा अकेला
पानी के आसपास
और पूनम की मौजूदगी
पुलिस के अनुसार, यह मानसिक विकृति से जुड़ा अत्यंत दुर्लभ और चिंताजनक मामला है।
गिरफ्तारी, पर जांच जारी
पूनम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या कहीं और भी ऐसी घटनाएँ हुई हैं, जो अब तक सामने नहीं आ पाई हैं।
समाज के लिए चेतावनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला बताता है कि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं कितनी घातक रूप ले सकती हैं, यदि समय रहते पहचान न की जाए।

