21 वर्ष बाद भी “बे”बस थी मनपा,आर्थिक तंगी के कारण नहीं शुरू हो पा रही थी बस सेवा
650 करोड़ का बजट,15 लाख की जनसंख्या पर आय का श्रोत नगण्य,जनता को आवागमन
विशेष संवाददाता भिवंडी
भिवंडी नपा से मनपा में तब्दील हुए 23 वर्ष हो गए है।लेकिन 650 करोड़ की बजट वाली मनपा प्रशासन के पास आज भी खुद की एक भी बस नही है।लेकिन अब बहुत जल्द “बे”बस मनपा बहुत जल्द खुद की 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने जा रही है।उक्त सभी बसें केंद्र सरकार की तरफ से मुफ्त में प्राप्त होने वाली है।इसके लिए मनपा प्रशासन को मात्र शहर में आधा दर्जन चार्जिंग स्टेशन बनाना पड़ेगा।जिसमें से तीन चार्जिंग स्टेशन का कार्य शुरू है। हालांकि मनपा आयुक्त अनमोल सागर ने तीन शहरों को जोड़ने वाली बस सेवा को अमल में लाने की योजना पर काम शुरू किया है।उक्त बस सेवा शुरू होने से न सिर्फ मनपा की आय श्रोत में वृद्धि होगी बल्कि शहरवासियों को आवागमन में सुगमता बढ़ेगी।

भिवंडी मनपा के पूर्व नगरसेवक अरुण राउत ने बताया कि 16 दिसंबर 2001 को भिवंडी नपा से मनपा में तब्दील हुई थी।मनपा का क्षेत्रफल 26.64 चौरस किमी है और मनपा का मौजूदा बजट 650 करोड़ से ज्यादा है।बावजूद इसके मनपा प्रशासन इतने वर्षो बाद भी शहरवासियों को खुद की बस सेवा उपलब्ध कराने में नाकाम व उदासीन रही है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2001के में हुई जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 7 लाख 90 हजार है।लेकिन यहां मौजूदा समय में 15 लाख से ज्यादा लोग रहते है। शहरवासियों की सुविधा के लिए मनपा प्रशासन द्वारा समय समय पर महासभा में मनपा द्वारा खुद की बस सेवा शुरू करने के साथ ही जनता की सुविधा के लिए शहर में रिंग रोड बनाने की मांग उठती रही है। लेकिन मनपा की खस्ताहाल आर्थिक स्थिति व शहर में खराब सड़क के कारण इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।पूर्व नगरसेवक अरुण राउत ने बताया कि भिवंडी में लोकल ट्रेन की सुविधा न होने के कारण जनता के आवागमन का मुख्य साधन एसटी बस व रिक्शा,टैक्सी है।जिसके द्वारा यात्रा करने से यात्रियों का समय व पैसा दोनो बर्बाद हो रहा है।
◾बस चलाने से बढ़ेगी मनपा की आय,नही होगा प्रदूषण
भिवंडी मनपा आयुक्त अनमोल सागर ने बताया कि मनपा प्रशासन अपनी खुद की 100 इलेक्ट्रिक बसे चलाने जा रही है।इसके लिए केंद्र सरकार के परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित कर इसकी न सिर्फ मंजूरी प्राप्त कर ली है,बल्कि केंद्र सरकारी मनपा को सारी बसे मुफ्त में दे रही है और इसको चलाने के लिए मनपा बसों का चार्जिंग स्टेशन बनाने का कार्य शुरू कर दिया है।उन्होंने बताया कि भिवंडी मनपा प्रशासन खुद की बस चालू करने से न सिर्फ उसकी खराब आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा,बल्किआस पास की हर शहरों में भिवंडी की कनेक्टविटि भी बढ़ेगी। मनपा की बसें दूसरे शहरों में जाने से वहा आवागमन करने वाले नागरिकों,छात्रों व व्यवसाइयों को कम खर्च में यात्रा की सुगमता व समय दोनो बचाने लगता और मनपा की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आता था।प्रदूषण भी इससे नही होगा।
◾तीन शहरों को जोड़ने वाली बस सेवा शुरु करने की योजना
मनपा आयुक्त अनमोल सागर का कहना है कि शहर विकास के लिए बनाए गए डीपी प्लान में परिवहन सेवा को भी शामिल किया गया है। जिसके तहत भिवंडी व कल्याण सहित उल्हासनगर को मिलाकर एक समिति बनाकर बस सेवा शुरू करने की योजना है।जिसे राज्य सरकार से भी मंजूरी मिल चुकी है।अब कल्याण की तरह ही तीनो शहरों को बस सेवा उपलब्ध हो जायेगा।
◼️मनपा आयुक्त ने बताया कि शहर के नागांव, टेमघर और कोंबडपाड़ा में तीन चार्जिंग स्टेशनों को तैयार करने का काम शुरू है।ई-बस सेवा के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे में से 35% कार्य पूरे हो चुके हैं। इसके बाद बस मार्गों की जानकारी दी जाएगी।
निर्माणाधीन चल रहे चार्जिंग स्टेशनों का क्षेत्रफल इस प्रकार है:
* नागांव: 5,363.50 वर्ग मीटर
* टेमघर: 4,443.20 वर्ग मीटर
* कोंबडपाड़ा: 5,000 वर्ग मीटर
* कुल 100 ई-बसों में से 75 ई-बसें नौ मीटर लंबी होंगी और 25 ई-बसें बारह मीटर लंबी होंगी।
भिवंडी मनपा आयुक्त ने बताया कि सिटी बस सेवा परियोजना केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त फंड से साकार हो रही है।जिसमें केंद्र सरकार का योगदान 60% यानी 11.29 करोड़,जबकि राज्य सरकार का योगदान: 40% यानी 7.53 करोड़ रहेगा।जबकि चार्जिंग स्टेशनों के लिए: 14.27 करोड़ अलग से मंजूर किए गए हैं।

