विभिन्न मुद्दों को लेकर रिक्शा चालकों ने किया प्रदर्शन।
प्रांत अधिकारी को सौंपा ज्ञापन।
रिपब्लिक रिपोर्ट/गनी खान
भिवंडी: महाराष्ट्र व दख्खन वाहतुक संघटना के नितृत में आज दोपहर तीन बजे अपनी मांगों को लेकर जोर दार नारे बाजी करते हुए प्रदर्शन किया और भिवंडी प्रांत अधिकारी को ज्ञापन सौंपा ।
दिए गए ज्ञापन में लिखा गया है कि सरकार बेरोजगार युवाओं को रिक्शा परमिट जारी कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सार्वजनिक परिवहन प्रारंभ किया गया है, जिससे लगातार रोड पर रिक्शा बढ़ रहें हैं और कमाईं कम हो गई है,उसकी वजह से रिक्शा चालकों की स्थिति खराब है, इस व्यवसाय से होने वाली आय से उनके परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा है, इसके अलावा आज नौकरियों की संख्या बहुत कम है और वे मुफ्त में यही व्यवसाय करने को मजबूर हैं।

उस समय सरकार के द्वारा दंड की राशि बढ़ाए जाने से स्थिति और भी खराब हो गई है, कई रिक्शा चालकों से रिक्शा की कीमत से ज्यादा दंड वसूला जाने लगा है, कई लोगों के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि दंड दिया जाए या फिर परिवार चलाया जाय,घर चलाने के लिए दड की रकम कम करने की जरूरत है.
इसके अलावा, भले ही रिक्शा व्यवसाय ने कई लोगों को रोजगार प्रदान किया है, फिर भी अन्य शहरों में रिक्शा को रिक्शा के रूप में देखा जाता है, रिक्शा की बड़ी संख्या के कारण, रिक्शा स्टैंड यातायात और व्यवसाय पर प्रभाव जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हुई हैं इसलिए परमिट देते समय यह देखना जरूरी है कि आवश्यकता कितनी है। इसके अलावा खड़े रिक्शों के पीछे से फोटो खींचकर दंड इकट्ठा किया जाता है, चलते रिक्शे की पीछे से फोटो ली जाए तो बात समझ में आती है, लेकिन रिक्शा चालकों को इस तरह परेशान किया जा रहा है।

इस कारण रिक्शा चालक अधिक परेशान है।
महाराष्ट्र व दख्खन वाहतुक संघ ने प्रांत अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि नए टैक्स को तत्काल कम करके पुराने टैक्स प्रणाली लागू किया जाए,
परमिट वितरण बंद किया जाए, गलत फोटो खींचकर ऑनलाइन चार्ज करना बंद करें, उक्त प्रदर्शन में महाराष्ट्र व दख्खन मुस्लिम सेवा संघ के संस्थापक इमरान शेख, कामरेड व मजदूर नेता विजय कांबले,वाहतुक संघ के पदाधिकारियोरी सहित भारी संख्या में रिक्शा चालक मालक प्रदर्शन में मौजूद थे।