सुरेश महाराज उत्तर प्रदेश
झांसी में निलंबित चल रहे इंस्पेक्टर मोहित यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दरअसल, उन्होंने चौराहे पर चाय की एक दुकान खोल ली है। उनकी दुकान पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है।

निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने पुलिस महकमे के अफसरों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए इलाइट चौराहे पर चाय का स्टाल लगाकर बिक्री शुरू कर दी, जहां देखते ही देखते लोगों का मजमा जमा हो गया। मोहित यादव ने खुद चाय बनाकर ग्राहकों को दिया। मोहित यादव ने पुलिस महकमे के अफसरों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव के खिलाफ कई मामलों की जांच हो रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि जो भी अफसर मोहित यादव पर कार्रवाई करता है, उसके खिलाफ वह इसी तरह के आरोप मढ देता है। अभी कुछ दिनों पहले निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव का प्रतिसार निरीक्षक से छुट्टी के आवेदन को लेकर विवाद हो गया था। मोहित यादव ने आरोप लगाया था कि उसके छुट्टी के आवेदन को प्रतिसार निरीक्षक ने एसएसपी के सामने नहीं रखा। इस मामले में मोहित यादव के खिलाफ प्रतिसार निरीक्षक से मारपीट और गाली गलौज का केस दर्ज किया गया था और मामले की जांच की जा रही है।
मोहित ने बताया- मेरी जालौन में ट्रेनिंग हुई थी, उसके बाद मैं कानपुर गया, फिर झांसी आया। झांसी में यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज था, डीआईजी साहब के यहां पीआरओ रहा, फिर कोतवाली ट्रांसपर हुआ, उसके बाद ललितपुर ट्रांसफर हो गया. बाद में प्रमोशन हो गया। प्रमोशन के बाद क्राइम ब्रांच में रहा। अब मेरे खिलाफ फर्जी जांचें खोलकर मुझे निलंबित कर दिया गया। ऑफिस में बुलाकर अधिकारी मुझे प्रताड़ित कर रहे थे जिसपर मैंने इस्तीफा दे दिया। अभी 10-10 रुपये की चाय बेच रहा हूं। आखिर बाल-बच्चे तो पालने हैं।