पाइप लाइन की लंबाई व व्यास के हिसाब से लगेगा चार्ज,कुआं व बोरवेल का भी देना होगा चार्ज
भिवंडी (रिपब्लिक रिपोर्ट हिन्दी )मनपा जलापूर्ति विभाग द्वारा शहर में चलने वाले डाइंग सहित अन्य कंपनियों में पानी चोरी रोकने का अनोखा पहल शुरू किया है।जिसके तहत कंपनियों में लिए गए पाइप लाइन की लंबाई व व्यास के हिसाब से चार्ज लगाया जाएगा।इतना ही नहीं कंपनियों द्वारा कुआं अथवा बोरवेल से लिए गए पानी कनेक्शन का चार्ज भी मनपा में भरना पड़ेगा।जिसके कारण शहर में बढ़ते पानी चोरी पर जहां अंकुश लगेगा,वही मनपा की आमदनी भी बढ़ेगी।

भिवंडी मनपा जलापूर्ति विभाग के प्रभारी कार्यकारी अभियंता संदीप पटनावर ने बताया कि मनपा अंतर्गत शहर में 60 से ज्यादा डाइंग व प्रोसेस हाउस चल रहे है।एक डाइंग में हर दिन 2 से तीन लाख लीटर पानी की खपत होती है।लेकिन मनपा प्रशासन इन कंपनियों इतना पानी की सप्लाई नहीं देती है।प्रशासन की तरफ से मात्र आधा या एक इंच का पानी का कनेक्शन दिया जाता है।जिसके कारण कंपनियों को आवश्यकता पूरा करने के लिए चोरी से पानी का कनेक्शन लेते है अथवा बाहर से बोरवेल, कुआं आदि से पानी लेना पड़ता है।कार्यकारी अभियंता संदीप पटनावर ने बताया कि कंपनियों द्वारा की जाने वाली पानी की चोरी को रोकने और मनपा की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से जलापूर्ति विभाग ने एक विशेष पहल शुरू की है।जिसके तहत मनपा ने शहर में चलने वाली कंपनियों कुछ कर निर्धारित कर दिया है।एक इंच से चार इंच का पाइप लाइन बोरवेल अथवा कुआं से लिया गया है तो 5 से 15 रुपया इंच के हिसाब से मनपा को प्रति माह भुगतान करना पड़ेगा।इसके अलावा यदि कंपनी मालिक रस्ते को खोदकर यदि कनेक्शन लिया है तो प्रति मीटर उसका चार्ज लगेगा है।इसके अलावा कुआं अथवा बोरवेल का भी भाड़ा देना पड़ेगा।इसके साथ ही गटर से 1 इंच से 4 इंच तक का पाइप लाइन लेने पर हर कंपनी को हर माह 25 हजार से 50 हजार रुपया फिक्स चार्ज निर्धारित किया गया है।साथ ही हर कंपनी पर इसके लिए एक लाख रुपया डिपोजिट मनपा जलापूर्ति विभाग में जमा कर उसकी मंजूरी लेना अनिवार्य किया गया है।उन्होंने बताया कि इसके बाद भी यदि कोई कंपनी चोरी से बिना मनपा प्रशासन के अनुमति मनपा अथवा प्राइवेट पानी कनेक्शन लेता है तो उस पर न सिर्फ कार्रवाई की जाएगी,बल्कि उसका कनेक्शन भी खंडित किया जाएगा।कार्यकारी अभियंता संदीप पटनावर ने बताया कि मनपा के इस पहल से न सिर्फ कंपनियों द्वारा किए जाने वाले पानी की चोरी पर अंकुश लगेगा,बल्कि मनपा की आय में भी वृद्धि होगा और जिससे शहर विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।