अब्दुल गनी खान
नवी मुंबई मनपा की ओर से बरसात के पहले तैयारियों के प्रति की जा रही अनदेखी के कारण नागरिकों में असंतोष है। नाले और सीवर की सफाई के काम में गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। नगर निगम जल प्रवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने में लगातार विफल रहा है, जिसके कारण मानसून के मौसम में शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव बढ़ जाता है। परिणामस्वरूप, नागरिकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
यह बात सामने आई है कि नाला सफाई और सीवर सफाई कार्य के आवंटन को लेकर ठेकेदारों के बीच विवाद चल रहा है। आरोप है कि कार्य आदेश जारी करने वाले नगर निगम के भ्रष्ट कर्मचारियों की मनमानी के कारण काम समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है। इससे सफाई कार्य में बाधा आ रही है और मानसून से पहले आवश्यक तैयारियां पूरी होने पर संदेह पैदा हो रहा है।
मानसून के दौरान सड़कों और कॉलोनियों में जलभराव के कारण नागरिकों को आवागमन में काफी कठिनाई होती है। नवी मुंबईवासियों ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि हर साल नालों की सफाई का नाटक किया जाता है, लेकिन हकीकत में कोई काम नहीं होता। नगर निगम केवल दस्तावेजी आंकड़े पेश करता है। इसके अलावा, सीवरों में गंदगी के कारण दुर्गंध और बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है।
इस मामले में नगर निगम प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, कुछ ठेकेदारों और कर्मचारियों के बीच वित्तीय हितों के टकराव के कारण काम में देरी हो रही है। इसलिए, चूंकि बरसात का मौसम आने में अभी एक महीने से अधिक का समय बचा है, इसलिए नालियों और सीवरों की सफाई के काम में तेजी लाना आवश्यक है। अन्यथा, आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस वर्ष भी नवी मुंबई के लोगों को पानी से भारी नुक्सान का सामना करना पड़ेगा।
