अब्दुल गनी खान
भिवंडी – मनपा क्षेत्र के खंडुपाडा में आदिवासी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए यंत्रमाग (पावरलूम) कारखानों पर आखिरकार प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाया। भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच यह कार्रवाई अंजाम दी गई।
मौजे निजामपूर स्थित सर्वे नंबर 51/2 अ की लगभग 30 गुंठा जमीन बायाबाई रामू गुणगुणे के नाम पर है। इस जमीन पर लंबे समय से धनाढ्य लोगों ने अतिक्रमण कर पावरलूम कारखाने बना रखे थे। इस मामले में बायाबाई के बेटे, राजू गुणगुणे, ने 2016 में सबसे पहले मनपा प्रशासन को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की थी।

2018 में भिवंडी तहसीलदार ने इस जमीन पर गुणगुणे परिवार का मालिकाना हक स्पष्ट करते हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। हालांकि, कार्रवाई लगातार टलती रही और मामला अधर में लटका रहा। इसके बाद गुणगुणे परिवार ने हाई कोर्ट का शरण लिया,और मां, कोर्ट के आदेश पर संज्ञान लेते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अनमोल सागर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभाग समिति एक प्रभाग अधिकारी को कारखाने को तोड़ने का आदेश दें दिया ।
प्रशासन ने यह कार्रवाई पूरी की।
अतिक्रमण के तहत बनाए गए चार पावरलूम कारखानों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई स्थानीय प्रभाव समिती क्रमांक एक के सहायक आयुक्त मकसूद शेख और शहर विकास विभाग के नियंत्रण अधिकारी अरविंद घोगरे के नेतृत्व में की गई। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अग्निशमन दल की गाड़ी, एक एम्बुलेंस और शांतीनगर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त भी मौके पर तैनात था।
राजू गुणगुणे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम पिछले दस वर्षों से हमारी हक की जमीन के लिए संघर्ष कर रहे थे। श्रमजीवी संगठन के संस्थापक विवेक पंडित के मार्गदर्शन में हमने लगातार प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन हर बार कोई न कोई वजह बताकर कार्रवाई टाली जाती थी। पुलिस बंदोबस्त न मिलने के कारण भी मामला अटका रहता था। अंततः आज कार्रवाई होने से हमें न्याय मिला है, जिससे हम संतुष्ट हैं।”