अब्दुल गनी खान
मुंबई: भारत की पहली वैश्विक ऑडियो-वीडियो और एंटरटेनमेंट (वेव्हज्) शिखर परिषद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 मई को मुंबई के जिओ वर्ल्ड सेंटर में करेंगे। इस वेव्हज् परिषद की मेज़बानी महाराष्ट्र सरकार कर रही है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, उद्योग मंत्री उदय सामंत और सांस्कृतिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ॲड. आशिष शेलार प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे।

“क्रिएटर्स को जोड़ना, देशों को जोड़ना” इस थीम पर आधारित चार दिवसीय इस शिखर परिषद में भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार का वैश्विक केंद्र के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नवाचार, तकनीक और रचनात्मकता को एकसाथ जोड़ने की सोच के अनुरूप, वेव्हज् 2025 में फिल्मों, ओटीटी, गेमिंग, कॉमिक्स, डिजिटल मीडिया, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, एवीजीसी-एक्सआर ब्रॉडकास्टिंग और नई तकनीकों को शामिल किया जाएगा। इस मंच के माध्यम से भारत के मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र की व्यापक ताकत को दुनिया के सामने रखा जाएगा। अनुमान है कि इस पहल के ज़रिए 2029 तक 50 अरब डॉलर की बाज़ार संभावनाओं के द्वार खुल सकते हैं।
इस शिखर परिषद में पहली बार ‘ग्लोबल मीडिया डायलॉग (GMD)’ का आयोजन भी मुंबई में होगा, जिसमें 25 देशों के मंत्री भाग लेंगे। यह भारत के वैश्विक मीडिया क्षेत्र में हिस्सेदारी का एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा। ‘वेव्हज् बाजार’ नामक ग्लोबल ई-मार्केटप्लेस में 6,100 से अधिक खरीदार, 5,200 विक्रेता और 2,100 प्रोजेक्ट शामिल होंगे, जिससे स्थानीय और वैश्विक स्तर पर व्यापार और नेटवर्किंग के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर ‘क्रिप्टोस्पियर’ का दौरा कर “क्रिएट इन इंडिया” पहल के तहत चुने गए रचनात्मक कलाकारों से संवाद भी करेंगे। इसके अलावा वे भारत पवेलियन और महाराष्ट्र पवेलियन का भी अवलोकन करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए एक लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं।
वेव्हज् 2025 शिखर सम्मेलन में 90 से अधिक देशों के प्रतिनिधि, 10,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 कलाकार, 300 से अधिक कंपनियां और 350 से अधिक स्टार्टअप्स हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में 42 मुख्य सत्र, 39 विशेष सत्र और 32 मास्टरक्लास आयोजित की जाएंगी, जिनमें ब्रॉडकास्टिंग, इंफोटेनमेंट, एवीजीसी-एक्सआर, फिल्म और डिजिटल मीडिया जैसे क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।