आज़मगढ़।
निज़ामाबाद तहसील परिसर में फर्जी वकीलों और दलालों की सक्रियता को लेकर स्थानीय अधिवक्ताओं और ग्रामीणों ने आवाज़ बुलंद की है। इसी संबंध में अंतरराष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के पूर्वांचल प्रभारी अबुल बशर आजमी ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि तहसील परिसर में कुछ लोग बिना रजिस्टेशन और COP के ही अपने नाम के साथ “वकील” लिखकर न्यायालय में कार्य कर रहे हैं। ऐसे लोग भोली-भाली जनता से धन उगाही कर रहे हैं और कुछ वकीलों के संरक्षण में खुलेआम सक्रिय हैं।
इस मुद्दे पर तहसील बार एसोसिएशन निज़ामाबाद पूर्व में भी एक बैठक कर प्रस्ताव पारित कर चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन में कहा गया है कि इन फर्जी वकीलों और दलालों की वजह से न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित हो रही है और आए दिन विवाद की स्थिति पैदा हो रही है।

फर्जी वकीलों की सूची में फखरूलहसन उर्फ मुन्ना, राजेश यादव समेत अन्य लोगों के नाम प्रमुखता से शामिल किए गए हैं। ज्ञापनदाताओं ने मांग की है कि ऐसे लोगों के न्यायालय में प्रवेश पर तुरंत रोक लगाई जाए और उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों और अधिवक्ताओं ने आशा जताई है कि प्रशासन शीघ्र ही सख्त कदम उठाकर तहसील परिसर में व्याप्त भ्रष्टाचार और दलाली पर लगाम लगाएगा।