विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने देश में धर्म और देशभक्ति को लेकर पैदा किए जा रहे विवादों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि “इस्लाम हमेशा इंसाफ और बराबरी की बात करता है। अगर हिंदू-मुसलमान का कोई विवाद हो तो न्याय दोनों के लिए समान होना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि आज कुछ ताकतें हमारे धर्म और हमारी देशभक्ति पर सवाल उठाती हैं, जबकि इस्लाम की शिक्षा इंसानियत और एक-दूसरे की मदद करना है।
पंजाब में हाल ही आई बाढ़ का ज़िक्र करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि जब सरकार राहत कार्यों में संघर्ष कर रही थी, उस समय जमीयत की एक अपील पर हजारों ट्रक राशन और आवश्यक सामग्री लेकर रवाना हुए। उन्होंने आगे कहा कि इतना सामान भेजा गया कि पीड़ितों के पास रखने की भी जगह नहीं बची।
मदनी ने कहा, “यह हमारे इस्लाम की तालीमात हैं। इंसानियत की सेवा करना और जरूरतमंदों की मदद करना ही हमारा असली धर्म है।”
उन्होंने देश के लोगों से आपसी भाईचारा और विश्वास बनाए रखने की अपील की।

