विश्व के एतिहासिक मंदिर की झांकी अब भिवंडी में
धामनकर नाका मित्र मंडल द्वारा किया गया भूमिपूजन
रिपब्लिक रिपोर्ट/अब्दुल गनी खान
भिवंडी में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी धामनकर नाका मित्र मंडल द्वारा गणेशोत्सव को लेकर रविवार की सुबह भूमिपूजन किया गया। जहां विश्व की सबसे अलग मंदिर की झांकी बनाने के कार्य का शुभारंभ हो चुका है। जिसकी जानकारी धामनकर नाका मित्र मंडल के अध्यक्ष व पूर्व नगरसेवक संतोष शेट्टी ने दी है।
उन्होंने कहा कि भिवंडी के धामनकर नाका स्थित धामनकर मित्र मंडल द्वारा बड़े ही धूमधाम से गणेशोत्सव मनाया जाता है। जिस का यह 36वाँ वर्ष है। और इस बार पच्छिम बंगाल के मायापुर में इस्कॉन चंद्रोदय मंदिर को पर्यावरण अनुकूल तरीके से स्थापित किया जाएगा। जो विश्व का एतिहासिक मंदिर होगा। उन्होंने कहा कि उक्त मंदिर का कार्य कलकत्ता में करीब 15 वर्षों से जारी है। जिसका उद्घाटन आगामी 2026 में किया जाएगा। क्यों के यह मंदिर विश्व में सबसे बड़ा मंदिर माना जा रहा है। उसी मंदिर की झांकी अब भिवंडी में देखने को मिलेगी। जिसकी ऊंचाई 110 फुट होगी। जिसके लिए सौ से अधिक मजदूर कलकत्ता से भिवंडी आ चुके है। संतोष शेट्टी ने बताया कि उक्त मंदिर में इस बात की जानकारी दी जाएगी के ईश्वर व भगवान का निर्माण कब और कैसे हुआ था। शेट्टी ने कहा कि जिस तरह पूर्व वर्ष हमने भिवंडी में राम मंदिर की झांकी बनाई ठीक उसी तरह इस मंदिर की झांकी बनाने का कार्य आज से शुरू कर दिया गया है। जिसके उद्घाटन हेतु भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। और पूर्व नगरसेवक संतोष शेट्टी व उनकी पत्नी शशिलता ताई शेट्टी के हाथों भूमिपूजन किया गया। इस अवसर पर महासचिव मोहन बल्लेवार, कोषाध्यक्ष दिलीप पोद्दार, हसमुख पटेल, विजय गुज्जा, राजेश शेट्टी, तारु भाई जाधव, संजय शाह, विजय पटेल, संतोष चंपल, ईश्वर पामू, सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।