अब्दुल गनी खान
भिवंडी:छात्रों में लेखन कौशल शक्ति को विकसित करने तथा लिखने में रुचि पैदा करने हेतु 23और 24 दिसम्बर 2024 को एवी हाल में रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कॉलेज,भिवंडी एवं मावा एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट अहमदाबाद (गुजरात) के सहयोग से कहानी लेखन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला में रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कॉलेज के नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के पैंतीस छात्र-छातराएं शामिल हुईं। प्रथम दिन की कार्यशाला विद्यालय के एवीआई हाल में प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक आयोजित की गयी। उपप्रधानाचार्य आमिर सिद्दीकी ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए विषय के महत्व को व्यक्त किया।ततपश्चात शायर एवं आलोचक प्रोफेसर अमीर हमजा साकिब ने ‘कहानी और उसके घटक तत्व’ विषय पर छात्रों को संबोधित किया और अपने बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए। ब्रेक के बाद दूसरे सत्र की शुरुआत कोकन मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के सचिव दानियाल काजी ने की. उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इस तरह की कार्यशाला से छात्रों में लेखन कौशल का विकास होगा
इस मौके पर कोषाध्यक्ष फहद बुबेरे और चेयरमैन यासिर तातली,सादिक अंसारी ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। वरिष्ठ कहानीकार एम. मुबीन ने पहले ‘कहानी कौन लिख सकता है’ और फिर ‘कहानी लिखने की तैयारी’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किये।दूसरे दिन के प्रथम सत्र का उद्घाटन शमीम इकबाल मोमिन सर ने किया।ततपश्चात एम मुबीन सर ने आओ कहानी लिखे एवं कहानी लिखने का अभ्यास विषय पर छात्रों का मार्गदर्शन किया
दूसरे दिन का दूसरा सत्र बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि प्रसिद्ध आलोचक और लेखक असलम परवेज़ (मुम्बई) ने ‘कहानी लेखन के लिए सामग्री प्राप्त करना’ विषय पर तथा नया वरक़ के संपादक शादाब रशीद (मुम्बई) ने ‘कहानी के कथानक का विस्तार कैसे करें’ विषय पर अपने अनुभव एवं विचार छात्रों के समक्ष प्रस्तुत किए कार्यशाला में बोलते हुए समर फाउंडेशन मालेगांव के अध्यक्ष अशफाक उमर ने कहा कि कोई भी घटना जो आप के साथ हो रही हो उसी में से शीर्षक निकालना कला है।” रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कॉलेज के प्रिंसिपल जियाउर रहमान अंसारी ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि ‘कार्यशालाएं और सेमिनार केवल नाम के लिए नहीं होनेचाहिए। हमें उम्मीद है कि यह दो दिवसीय सेमिनार कहानी लेखन के लिए एक आधार के रूप में काम करेगा। छात्रों को कहानी लिखने से पहले कहानी पढ़ने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इस कार्यशाला के लिए प्रसिद्ध शोधकर्ता खलीख-उज़-ज़मान नुसरत ने भी अपनी प्रसन्नता एवं शुभकामनाएँ व्यक्त कीं। कार्यशाला में एम. मुबीन के नेतृत्व एवं देखरेख में प्रतिभागी विद्यार्थियों के लिए एक कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में हाशमी अबीहा और अंसारी तहसीन को प्रथम पुरस्कार, मोमिन मुजना और खान फरहान अमजद को द्वितीय पुरस्कार,तथा शेख रेहब और अंसारी बुशरा अनवर को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कंप्यूटर शिक्षक रययान बोबरे जो प्रोग्राम की फोटोग्राफी भी कर रहे थे।वर्कशॉप के मार्गदर्शकों के विचारों से लाभ लेकर उन्होंने खुद एक कहानी लिखी और कार्यक्रम के अंत में दर्शकों के सामने प्रस्तुत की।जिसे विशेषज्ञों ने खूब सराहा। कार्यशाला के संयोजक शरीफ मुल्ला सर ने कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन किया।