भारत-नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय पशुपतिनाथ महोत्सव, काठमांडू, नेपाल में भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ

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पशुपतिनाथ मंदिर व नेपाल देश के राजनेता व अधिकारी हुए शामिल
वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘सत्यम् शिवम् सुन्दरम’ को चरितार्थ करती पशुपतिनाथ भारत-नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव भव्यता के साथ
28 दिसम्बर 2024 को पशुपतिनाथ् व्यू होटल सभागार में काठमांडू, नेपाल में सम्पन्न हुआ।
राष्ट्रीय ओज कवि डॉ सुरेश सिंह शौर्य प्रियदर्शी के साथ-साथ पशुपतिनाथ मंदिर व नेपाल देश के राजनेता व अधिकारी हुए शामिल। नेपाल से मुख्य अतिथि रमेश उत्प्रेती, पूर्व कार्यकारी निदेशक पशुपति नाथ मंदिर ने इस एतिहासिक पहल का हृदय से स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रेम हरी डूंगाना, पूर्व निदेशक पशुपति नाथ मंदिर, व
आध्यात्मिक प्रमुख शिव साध्वी कल्पना नेपाल से शामिल रहे। नेपाल की संगीत आभूषण व वेद संगीत् पाठशाला की प्राचार्य सरिता मिश्रा विशेष अतिथि के रूप में शामिल थी। उन्होंने अपने तबला वादान से महोत्सव में सुर तरंग का वास हो गया था।
      भारत के विभिन्न प्रांतों के कवि कवयित्री भारी संख्या में इसमें शामिल हुए। यह कार्यक्रम पी.आई.यू. ट्रस्ट के तत्वावधान में में आयोजित किया गया। भारतीय उपमहाद्वीप की लोक शिक्षा, साहित्य, सांस्कृतिक, परंपरा और विरासत को समृद्ध करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया। संस्थापक ‘भारत सेवा रत्न’ सम्मानित कवि डॉ.सुरेश सिंह शौर्य ‘प्रियदर्शी’ ने कहा की इस महोत्सव के साथ ही विश्व सनातन  विश्वविद्यालय निर्माण आंदोलन को नेपाल देश में भी प्रारम्भ किया गया। जिसकी नेपाल के सभी बुद्धिजीवी, राजनेताओं ने जोरदार समर्थन दिया।
उन्होंने बताया की इस महोत्सव के जरिये एक नये युग का आरम्भ किया जा रहा है। विश्व सनातन विश्वविद्यालय निर्माण के सर्वसम्मत प्रस्ताव के साथ एतिहासिक महोत्सव सम्पन्न हुआ।
          कार्यक्रम शुभारम्भ शिव व के साथ की गयी। भारत देश भर के अन्य प्रबुद्ध वर्ग की उपस्थिति रही। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम रतन श्रीवास “राधे राधे” के द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता की गयी। इस महोत्सव के संस्थापक डॉ० सुरेश सिंह शौर्य ‘प्रियदर्शी’ की गरिमामयी उपस्थित रही। उन्होंने विश्वविद्यालय निर्माण का आह्वान किया और इसके सर्व सम्मत प्रस्ताव के बाद भारत-नेपाल् के विकास हेतु सबको एकजुट होने को संकल्पित किया। मंच संचालन डॉ राम रतन श्रीवास जी ने किया।
           इस कार्यक्रम में भारत से हिंदी के प्रोफेसर
डॉ अलका चतुर्वेदी, लखनऊ, दिनेश श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश, श्रीमती माया राठौर, मध्य प्रदेश, नारायण गर्ग, निवाड़ी, मध्यप्रदेश, रविशंकर, मध्यप्रदेश, श्वेता शरण, प्रोफेसर बिहार, राजन कुमार, मुख़्तार पासवान, बिहार, जाओस राउनियर, बीरगंज नेपाल,नीरभ किशोर, डा. मनोज कुमार राही,डॉ. प्रदीप प्रभात,डॉ राधेश्याम चौधरी इत्यादि ने शिव काव्यांजलि की प्रस्तुति दी। सपना बनर्जी ने अपने गजल प्रस्तुति से वातावरण शिव मय कर किया। शामिल हुए साहित्यकारों को ग्लोबल् साहित्य सम्मान, नेपाली टोपी, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह इत्यादि प्रदान किया गया।
          मिडिया प्रभारी विनय शर्मा दीप” ने बताया कि देश व विदेश के प्रबुद्ध साहित्यकारों एवं विशिष्ट लोग शामिल हुए। पी.आई.यू. ट्रस्ट, गिरिडीह के तत्वधान में कई साहित्य महोत्सव का आयोजन पूर्व में किया जा चुका है जिसमें से श्री राम अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव अयोध्या, नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव (पार्लियामेंट क्लब), युवा महिला संसद समारोह (नई दिल्ली) इत्यादि दर्जनों भर से अधिक प्रत्यक्ष रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इस महोत्सव के साथ भारतोदय लेखक संघ का आयोजन भी पी.आई. यू. ट्रस्ट के तत्वधान में किया गया। कनाडा विदेश से डॉ रवि घायल इत्यादि ने इस कार्यक्रम हेतु बधाई प्रेषित की है। कार्यक्रम के अंत में ‘राधे-राधे’ ने इस महोत्सव के उद्देश्य के बारे में संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। सभी साहित्यकारों का आभार करते हुए महोत्सव के समापन घोषणा किया गया।

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