भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका आयुक्त को दिए शिकायती पत्र महाराष्ट्र पत्रकार संघ के अध्यक्ष अब्दुल गनी खान ने लिखा है कि मनपा में 4 मार्च को शहर के विकास से संबंधित विषय पर एक अहम बैठक बुलाई गई थी इस बैठक में उर्दू भाषी और तेलुगु भाषी पत्रकारों को आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि भिवंडी शहर उर्दू और तेलुगु भाषी लोगों का गढ़ कहा जाता है यहां पर उर्दू और तेलुगु भाषी समाचारपत्र और न्यूज चैनलों को देखने, सुनने और पढ़ने वाले पाठकों की बड़ी संख्या है और शहर के विकास में उर्दू भाषी और तेलुगु भाषी जनता के साथ साथ समाचारपत्र और न्यूज चैनलों की भी अहम भूमिका है, महाराष्ट्र पत्रकार संघ अध्यक्ष अब्दुल गनी खान ने लिखा है कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के जनसंपर्क अधिकारी की यह चूक नहीं है बल्कि स्थानीय पत्रकारिता और उर्दू भाषी , तेलुगु भाषी लोगों के सम्मान को ठेस पहुंचाने की साज़िश है ,

महाराष्ट्र पत्रकार संघ अध्यक्ष अब्दुल गनी खान ने लिखा है कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा इस तरह का भेदभाव स्थानीय पत्रकारिता को हाशिए पर डालने की चाल प्रतीत होती है , जो की न की प्रेस की स्वतंत्रता के विरुद्ध है बल्कि पारदर्शिता और निष्पक्ष प्रशासन की मूल भावना के विपरित है महाराष्ट्र पत्रकार संघ अध्यक्ष अब्दुल गनी खान द्वारा मनपा आयुक्त को भेजे शिक़ायती पत्र में कहा गया है कि यह हमेशा देखा जा रहा है कि जनसंपर्क अधिकारी द्वारा ठाणे , नवी मुंबई और ग्रामीण क्षेत्रों के पत्रकारों को आमंत्रित किया जा रहा है जबकि भिवंडी के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले भिवंडी के पत्रकारों को नजरंदाज किया जा रहा है, 4 मार्च को जनसंपर्क अधिकारी की भूमिका संदेहास्पद रही है क्योंकि यह लापरवाही न होकर एक पूर्व नियोजित साज़िश लग रही है, महाराष्ट्र पत्रकार संघ अध्यक्ष अब्दुल गनी खान ने आयुक्त को भेजे पत्र में मांग की है कि वह 4 मार्च की घटना की जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए की भविष्य में इस तरह का भेदभाव न हो, जनसंपर्क अधिकारी को निलंबित कर कार्रवाई की जाय, भविष्य में प्रेस कॉन्फ्रेंस, बैठक, कार्यक्रम में भिवंडी के सभी पत्रकारों के सम्मान का ख्याल रखा जाए, भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका द्वारा जारी की जाने वाली सभी प्रेस विज्ञप्तियां हिंदी, मराठी, उर्दू और तेलुगु भाषा में भी जारी किया जाए ताकि सभी भाषाओं के पाठकों को तमाम योजनाओं से संबंधित जानकारी मिल सके, स्थानीय पत्रकारों के साथ संवाद बढ़ाने और प्रशासनिक गतिविधियों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पत्रकार समन्वय समिति का गठन किया जाए जिसमें विभिन्न भाषाओं के पत्रकारों को प्रतिनिधित्व मिले/