अब्दुल गनी खान
भिवंडी – महाराष्ट्र प्रदेश समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने शनिवार को भिवंडी का दौरा किया और आगामी महानगरपालिका चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति स्पष्ट की। आज़मी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार सपा भिवंडी मनपा में सत्ता स्थापित कर महापौर बनाएगी। आज़मी ने कहा, “भिवंडी से समाजवादी पार्टी की राजनीतिक यात्रा शुरू हुई थी और यहां से कई बार हमारे विधायक महाराष्ट्र विधानसभा तक पहुंचे हैं। भिवंडी का विकास होना चाहिए, इसी सोच के साथ रईस शेख को भायखला से यहां लाया गया और वे अच्छा काम भी कर रहे हैं।” मनपा चुनावों की तैयारी के तहत अबू आज़मी ने एक चुनाव समिति के गठन की घोषणा की, जिसमें प्रमुख रूप से विधायक रईस शेख, अजय यादव और अरफात शेख को शामिल किया गया है। यह समिति आगे चलकर 11 सदस्यों की होगी और मनपा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का चयन करेगी। उन्होंने पिछली बार के चुनाव में विश्वासघात का जिक्र करते हुए कहा कि सपा भले ही बड़ी पार्टी थी, लेकिन भीतरघात के चलते महापौर पद तक नहीं पहुंच सकी। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर चुनाव के दौरान “घोड़ा बाजारी” (खरीद-फरोख्त) भी होती रही है। इस बार उन्होंने भरोसा जताया कि समाजवादी पार्टी बड़ी संख्या में सीटें जीतकर महापौर बनाएगी।

आज़मी ने भिवंडी और गोवंडी दोनों सीटों पर सपा की मजबूत पकड़ का दावा करते हुए कहा, “मदनपुरा भी हमारा इलाका है। पार्टी में वही लोग रहेंगे जो संगठन के लिए ईमानदारी से काम करें। उम्मीदवार पार्टी तय करेगी और सबको साथ लेकर चलना होगा।”
मराठी और हिन्दी भाषा को लेकर चल रहे विवाद पर पूछे गए सवालों पर अबू आज़मी ने कहा, “जो लोग बाहर से पढ़ाई करके आते हैं, उन्हें मराठी भाषा नहीं आती है।” हालांकि पत्रकारों के तीखे सवालों से असहज होकर उन्होंने बीच में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ दी और मंच से चले गए। अबू आज़मी ने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा, “सपने बड़े देखने चाहिए। समाजवादी पार्टी का सपना है कि भिवंडी का चहुंमुखी विकास हो और यहां की जनता को एक सशक्त नेतृत्व मिले।”हालांकि विकास को लेकर भिवंडी में मनपा चूनाव से लेकर लोकसभा चूनाव जीतने के लिए हर राजनीतिक दल अपने अपने ख्याली पुलाव पकाती जरुर है लेकिन समय आने पर पांच वर्षों तक शहर की समस्या वही गटर नाली, सड़क रास्ते,पानी,पर अटकी रहती है, क्यों कि मनपा के सत्ता में वही रहते हैं जिसने भिवंडी के विकास के लिए वोट मांगा है,चाहें कितना भी जोर किसी भी पार्टी का हो लेकिन शहर के चंद लोग खरीदारों की लिस्ट में रहते हैं और बिकने के लिए सौदा भिवंडी के बाहर बैठे दलाल करते हैं ,अब सवाल यह उठता है कि क्या भिवंडी की जनता हमेशा झांसें में आकर उन लोगों को वोट देगी जिसने चूनाव में वोट की भीख आप से मांगकर उन वोटों का सौदा शहर को बर्बाद करने वालों को बेंच दिया हो, इस बार भिवंडी की जनता को होशियार रहना पड़ेगा अपने अपने छेत्र में कर्मठ और ईमानदार प्रत्याशी को चुनना होगा ना कि दल बदल कर आने वालों को जो आपके वोट के साथ अपना जमीर भी बेंच दे,