अब्दुल गनी खान(कल्याण)
कल्याण : कै. प्रकाश परांजपे स्पर्धा परीक्षा अभ्यासिका में छात्रों से मनमाने ढंग से मोटी फीस वसूले जाने के विरोध में शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे गुट) ने कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका के खिलाफ जोरदार आंदोलन छेड़ दिया।
आरोप है कि कंत्राटदार छात्रों से 1500 से 2000 रुपये तक वसूल रहे हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद छात्रों पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इस मुद्दे पर पहले विधानसभा सह-संघटक रुपेश भोईर द्वारा नगरपालिके को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया। इसके विरोध में शिवसेना ठाकरे गुट ने छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से महापालिका मुख्यालय तक ‘भीख मांगो आंदोलन’ निकाला।

इस दौरान आंदोलनकारियों ने प्रतीकात्मक रूप से लोगों से चंदा इकट्ठा किया और कुल 741 रुपये जमा कर महापालिका के नागरी सुविधा केंद्र में जमा कराए। रुपेश भोईर ने कहा कि यह राशि महापालिका को याद दिलाने के लिए दी गई है कि उसे ही यह केंद्र चलाना चाहिए। साथ ही, मनमानी फीस वसूलने वाले कंत्राटदार को ब्लैकलिस्ट करने की मांग भी की गई।
ज्ञात हो कि 2010 में महापालिका ने सहजानंद चौक में कै. प्रकाश परांजपे स्पर्धा परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया था, ताकि छात्रों को सस्ती दर पर बेहतर शिक्षा मिल सके। लेकिन वर्तमान में कंत्राटदार छात्रों से अधिक शुल्क वसूल रहा है और मरम्मत कार्य के कारण पढ़ाई में भी बाधा आ रही है।
आंदोलनकारियों ने मांग की कि आगामी 10-12 दिनों में होने वाली MPSC और UPSC परीक्षाओं को देखते हुए ठेकेदार का काम तत्काल रोका जाए। शुरू में उपायुक्त रमेश मिसाळ ने ठेकेदार का पक्ष लेकर छात्रों की बात अनसुनी की, जिससे आंदोलनकारियों ने अतिरिक्त आयुक्त योगेश गोडसे के कार्यालय के बाहर ठिय्या आंदोलन शुरू किया।
आखिरकार प्रशासन को झुकना पड़ा और आंदोलनकारियों को लिखित आश्वासन दिया गया कि फिलहाल ठेकेदार का काम बंद कराया जाएगा। इसके बाद आंदोलन समाप्त किया गया।