अब्दुल गनी खान
मुरबाड एस.टी. डिपो के अव्यवस्थापन कामकाज परेशान यात्रियों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया। घंटों बस का इंतजार करने के बावजूद कोई व्यवस्था नहीं होने पर गुस्साए यात्रियों ने सीधे डिपो प्रमुख के दफ्तर में घुसकर विरोध दर्ज कराया। इस घटना के बाद डिपो प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं

मुरबाड तालुका के शहरी, औद्योगिक और ग्रामीण इलाकों में यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए डिपो की बसें अब जर्जर हालत में हैं। रोजाना दो-तीन बसें रास्ते में खराब हो जाती हैं, वहीं कई बसों में आग लगने जैसी घटनाएं भी हो रही हैं। यात्रियों की जान पर बन आई तो स्थानीय विधायक किसन कथोरे ने मुरबाड डिपो को करीब 10 नई बसें उपलब्ध कराईं। लेकिन डिपो प्रमुख ने इन बसों को मुरबाड में न लगाकर नगर, आळेफाटा, बीड और अन्य लंबी दूरी के मार्गों पर चला दिया। इसको लेकर मुरबाड के लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर उन्हें सुरक्षित और समय पर बस सेवा कब मिलेगी?
मंगलवार को मुरबाड-म्हाडस-नारिवली मार्ग की बस भवन के पास अचानक आग पकड़ ली। हैरानी की बात यह रही कि चालक और कंडक्टर यात्रियों की सुध लिए बिना मौके से फरार हो गए। इससे पहले सोमवार को नढई के पास एक बस अचानक बंद हो गई और चालक-कंडक्टर वहां से चले गए, जबकि यात्री घंटों दूसरी बस का इंतजार करते रहे लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
बुधवार को भी बदलापुर की बस, जो दोपहर 3 बजे निकलनी थी, शाम 6 बजे तक रवाना नहीं हुई। इससे आक्रोशित यात्रियों ने सीधे डिपो पहुंचकर जवाब-तलबी की। यात्रियों का गुस्सा देखकर कार्यशाला प्रमुख ने तत्काल बस छोड़ने की व्यवस्था की, तब जाकर माहौल शांत हो सका।
यात्रियों का कहना है कि अगर डिपो प्रशासन इसी तरह लापरवाह रहा, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।