मंहगी सर्विस और महंगे आटों पार्ट के चलते ई रिक्शा चालकों का ई रिक्शा से मोह भंग हो रहा है लोग प्रदेश की ओर रुख कर रहे हैं
ज्यादातर ई रिक्शा कंपनी का जिले में नहीं है सर्विस सेन्टर, बेहतर सर्विस देने के बजाय ई रिक्शा चालकों को तारीख पर तारीख दी जाती है
चार्जर खराब होने अथवा मोटर खराब होने पर तुरंत बनाकर देने के बजाय हफ्तों दौड़ाया जाता है, लोन लेकर ई रिक्शा खरीदने वाला व्यक्ति किश्त कैसे भरेगा
प्रतापगढ़ सुरेश महाराज ( रिपब्लिक रिपोर्ट)
मान्धाता – अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई से रोजी-रोटी की उम्मीद में ई रिक्शा खरीद कर चला रहे ई रिक्शा चालकों को ई रिक्शा कंपनी अथवा ई रिक्शा ऐजेंसी की तरफ से सुविधा के नाम पर गुमराह किया जा रहा है ज्यादातर ई रिक्शा कंपनी का जिले में सर्विस सेन्टर, वर्कशॉप नहीं है जिससे नौसिखिया मैकैनिक से सर्विस के नाम पर खानापूर्ति कर देते हैं, जबकि तय मानक के हिसाब से सर्विस नहीं हो रही है, वर्कशॉप न होने से ई रिक्शा के ओरिजनल आटों पार्ट नहीं मिलते है चाईना अथवा लोकल आटों पार्ट महंगी कीमत पर खरीद कर लगा रहे हैं जिसकी कोई गारंटी नहीं होती है और चंद दिन में फिर खराब हो जाता है, ई रिक्शा के कई पार्ट ऐसे है जो महिने दो महिने में ख़राब हो जाते है जिसे बदली कर देने के बजाय ऐजेंसी वाले ई रिक्शा चालक से मनमानी कीमत लेकर बेंच रहे हैं, आटों पार्ट और सर्विस मंहगी होने के कारण ई रिक्शा चालक बहुत परेशान हैं लोन की किश्त और मंहगी सर्विस के चलते अब ई रिक्शा चालकों का मोह भंग होने लगा है लोग ई रिक्शा छोड़कर प्रदेश की ओर रुख कर रहे है, यह सब ई रिक्शा कंपनी और ऐजेंसी के मनमानी और लापरवाही से हो रहा है, लाखों रुपए लगाकर फंस चुके अधिकांश ई रिक्शा चालक औने-पौने दाम पर रिक्शा बेचकर प्रदेश कमाने के लिए चल दिए हैं, मान्धाता के नाराज़ ई रिक्शा चालकों का कहना है लोग प्रदेश छोड़ कर गांव में रोजी-रोटी की उम्मीद से रुक रहें थे लेकिन ई रिक्शा कंपनियों को ई रिक्शा चालकों का सहयोग करने के बजाय उनके साथ ठगी कर रहे हैं बेहतर सर्विस उपलब्ध नहीं करा रहे हैं कोई पार्ट खराब होने पर मंहगी कीमत ले रहे हैं, जिससे नाराज़ ई रिक्शा चालक अब उपभोक्ता फोरम की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं/
