शहर में खुलेआम चल रहा गांजे का कारोबार।
अब्दुल गनी खान
भिवंडी शहर के युवाओं में इन दिनों गांजा के नशे का खुमार चढ़ा हुआ है। इस नशे की गिरफ्त में युवा से लेकर हर वर्ग के लोग फंस रहे है।शहर में आसानी से मिलने वाले गांजे के कारण नशेड़ियों की संख्या में दिनोदिन इजाफा हो रहा है। पुलिस ने शहर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों के हद से अबतक हजारों लोगों को गांजा पीते हुए गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर चुकी है।जबकि उक्त कार्रवाई निरंतर जारी है। फिर भी दो चिलम बाज खुले में चिलम पीते पकड़े गए,बावजूद गांजा सप्लायरों पर कार्रवाई न किए जाने से इस पर अंकुश नहीं लग रहा है।

भिवंडी पुलिस उपायुक्त के सख्त आदेश पर नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिस लगातार छापे मारी कर रही है ।जिसके कारण शहर के दो सार्वजनिक जगहों पर गांजा का सेवन कर रहे 2 युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है,जिसमें नारपोली पुलिस स्टेशन हद में सलमान रहमान अंसारी उम्र 22 शांती नगर रहवासी देवजी नगर चिलम में नशीले पदार्थ मिलाकर पीते हुए पकड़ा गया, दूसरा भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में कल्याण नाका स्थित पिट्रोल पंप के खुले जगह पर सिगरेट के अंदर नशीले पदार्थ मिलाकर सेवन करते समय पुलिस ने धरदबोचा है जिसका नाम मेहताब आलम मोबीन अहमद मोमिन है, पुलिस लगातार बीड़ी, सिगरेट अथवा चिलम में गांजा भर कर पीते हुए लोगों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर रही है। किन्तु इन्हें गांजा बिक्री करने वाले एक गांजा विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है।

50 से 100 रुपए में मिलता है गांजा का पुड़िया।
शहर में गांजा बेचने वाले बड़े तादात में सक्रिय है।जिनसे नशा करने वाले लोगों को बड़ी आसानी से गांजा उपलब्ध हो जाता है।सूत्र बताते है कि इस नशे को “पु़ड़िया” का नाम दिया गया है। गांजा खरीदने वाले पूड़िया के नाम से इसे गांजा बेचने वाले के पास से खरीदा करते है जबकि एक पुड़िया की कीमत 50 से 100 रूपये के बीच होती है। पूड़िया में कुछ ग्राम ही गांजा भरा रहता है। इसके चाहने वालो की संख्या शहर में दिन बा दिन बढ़ते दिखाई दे रहा है।लेकिन हैरत की बात यह है कि शहर में बढ़ते गांजे के कारोबार के बावजूद पुलिस महकमा व आबकारी विभाग गांजा बिक्री करने वालों पर कार्रवाई नहीं करते है।जो बेखौफ होकर चिलमबाजों को आसानी से उपलब्ध करा रहे है।
