
भिवंडी के तीन विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे 21 प्रत्याशी नोटा से भी हार गए है।इन उम्मीदवारों को नोटा से भी कम मत मिलने से सभी का जमानत जप्त हो गया है।जबकि तीन प्रत्याशियों द्वारा जीत दर्ज किए जाने के बाद 8 उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में सफल रहे। तीनों विधानसभा क्षेत्र में नोटा को कुल 3381 मत प्राप्त हुआ है।
मालूम हो कि भिवंडी के तीन विधानसभा क्षेत्र में कुल 32 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इसमे से भिवंडी ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 7 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे।जिसमे से शिवसेना शिंदे गुट के शांताराम मोरे 57 हजार 962 मतों से लगातार तीसरी बार विजयी हुए है।इस क्षेत्र में नोटा को 2571 मत मिला है।जबकि इस विधानसभा क्षेत्र में तीन कैंडिडेट नोटा से भी कम मत प्राप्त कर नोटा से पराजय होते हुए अपनी जमानत नहीं बचा पाए।इसी तरह भिवंडी पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कुल 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।जहां पर भाजपा उम्मीदवार महेश चौघुले ने 31 हजार 215 मतों से विजय होकर जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे।इस विधानसभा क्षेत्र में 5 प्रत्याशियों ने नोटा से जीत गए है।जबकि 9 प्रत्याशी चुनाव में नोटा से भी पराजित हो गए है।इस विधानसभा में नोटा को 1072 मत प्राप्त किया है।जबकि 9 उम्मीदवार नोटा से हार कर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए।इसी तरह भिवंडी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में कुल 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।इस विधानसभा क्षेत्र में महाविकास आघाड़ी व महायुति के बीच में कांटे की टक्कर थी।जिसमे सपा के विधायक रईस शेख ने 51 हजार 784 मतों से विजय हासिल कर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है।वही इस विधानसभा क्षेत्र में नोटा को 738 मत मिले है,जबकि 8 प्रत्याशी नोटा से भी चुनाव हार कर अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। पूर्व नगरसेवक इस्माइल रंगरेज(मिर्ची), बसपा प्रत्याशी परशुराम पाल को भी नोटा से कम मत प्राप्त हुआ है।इस तरह भिवंडी की तीन विधानसभा क्षेत्र में 21उम्मीदवारों को नोटा से भी कम मत प्राप्त हुआ है।जबकि 8 प्रत्याशी नोटा से जितने में सफल रहे है।जो तीनो विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
