स्वयं सिद्धि डिग्री कॉलेज में छात्राओं को दिया गया आत्मरक्षा प्रशिक्षण।

भिवंडी

भिवंडी: स्वयं सिद्धि मित्र संघ द्वारा संचालित स्वयं सिद्धि डिग्री कॉलेज के एन एस एस के छात्रों को तीन दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मालूम हो कि स्वयं सिद्धि मित्र संघ द्वारा संचालित स्वयं सिद्धि डिग्री कॉलेज के एन एस एस कक्ष में बालिकाओं को भिवंडी के मशहूर फाइट क्लब से प्रशिक्षक अंतरराष्ट्रीय कोच श्री सलमान थे, जो अंतरराष्ट्रीय एमएमए स्वर्ण पदक विजेता एथलीटों के साथ आए थे। उन्होंने तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम किया, जिसमें आत्म रक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को संकट के समय अपनी रक्षा के लिए मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक एवं शारीरिक रूप से मजबूत बनाना सिखाया गया ।

आत्म रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत बालिकाओं को विपरीत परिस्थितियों से सामना करने हेतु  प्रशिक्षण कराये जाने के लिए 11दिसंबर से 13 दिसंबर मार्गदर्शन दिया गया,प्रशिक्षण हेतु भिवंडी फ़ाइट क्लब से लड़की खिलाडियों का चयन किया था ,जिसके पास मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट योग्यता प्रमाण-पत्र मौजूद था। छात्राओं के साथ कालेज के प्रोफेसर सायरा मोमिन और टीचर्स तहरीम अमीन बालिकाओं से संवाद स्थापित कर बालिकाओं की मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक संवेदनाओं के देखरेख के लिए मौजूद थी।आत्मरक्षा प्रशिक्षण, लड़कियों को खतरनाक परिस्थितियों से निपटने के लिए मनोवैज्ञानिक, शारीरिक, और बौद्धिक रूप से मज़बूत बनाना, आत्मरक्षा प्रशिक्षण के ज़रिए, लड़कियों को ये कौशल सिखाए गये,अपने आस-पास के माहौल के बारे में जागरूक रहना,अप्रत्याशित स्थिति के लिए तैयार रहना,आत्मविश्वास की भावना विकसित करना ,सबल और सजग बनना,आत्मरक्षा प्रशिक्षण में ये चीज़ें सिखाई जाती हैं: मार्शल आर्ट, जैसे कि जूडो, ताइक्वांडो, कराटे,पंच, किक, अटैक, और डिफ़ेंस के तरीके,लाठी, डंडा, चाकू जैसे हथियारों से बचने का तरीका आपात स्थिति में चाबी, हेयरपिन, पेन, हेयरक्लिक जैसे सामानों का हथियार के रूप में इस्तेमाल करना,आत्मरक्षा के लिए गैर-शारीरिक तकनीकें भी होती हैं. इन तकनीकों में, शारीरिक बल के बजाय संचार और निर्णय लेने पर ध्यान दिया जाता है.

स्वयं सिद्धि डिग्री कॉलेज में हर वर्ष इस तरह लड़कियों की सुरक्षा एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जाता है।

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