सांबरे की रैली में उनके समर्थकों का उमड़ा जनसैलाब
रिपब्लिक रिपोर्ट (आसिफ अंसारी)
भिवंडी लोकसभा के उम्मीदवार निलेश सांबरे ने शहर की प्रसिद्ध दरगाह तथा मंदिर में माथा टेक कर भरा नामांकर। जहां उनके समर्थक लाखों की तादाद में उनके साथ थे। जो निलेश सांबरे के विजयी होने का सबूत माना जा रहा है।

बात दें की 30/अप्रैल सुबह 10 बजे जिजाऊ संस्था के उम्मीदवार निलेश सांबरे नामांकर भरने से पहले महानगर पालिका परिसर में डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद मोटर साइकिल पर सवार होकर मंडई होते हुए दीवान शाह दरगाह पहुंचे जहां उन्होंने मजारे मुबारक पर चादर पेश की और इस लोकसभा चुनाव में अपनी जीत के लिए दुआएं मांगी, और फिर नजराना टॉकीज के पास एक मंदिर में माता के दर्शन किया। इसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद हाफिज जी दरगाह पर हाजिरी देने के बाद अपने लाखों समर्थकों के साथ रैली की शकल में बंजार पट्टी नाका होते हुए एस.टी स्टैंड स्थित प्रांत कार्यालय पहुंच कर नामांकन पत्र दाखिल किया।
भिवंडी लोकसभा उम्मीदवार निलेश सांबरे ने पत्रकारों से बातचीत कर कहा की आज उन्होंने दो फॉर्म भरा है। एक अपक्ष दूसरा कांग्रेस, शायद उन्हें अभी भी विश्वास है की अंतिम समय में उन्हें कांग्रेस का बी फॉर्म मिल सकता है। उन्होंने कहा की यदि कांग्रेस उन्हें बी फॉर्म नहीं देगी तो वह निर्दलीय ही चुनाव लडेंगे। सांबरे ने कहा की मैं एक समाजसेवक हूं और मुझे केवल लोगों की सेवा करने में दिलचस्बी है। उन्होंने कहा की यदि मैं चुन कर आता हूं तो मैं वैसे ही लोगों की सेवा करूंगा जैसा की मैं और मेरी संस्था कई वर्षों से लोगों की सेवा करते आ रहे है। उन्होंने कहा की मुझे राजकरण का कोई शोक नहीं है। मैं तो पहले से ही लोगों की सेवा करता आ रहा हूं, लेकिन क्या करें लोग चुन कर आने के बाद कुछ करते नहीं है, नाही उन्हें शिक्षा पर काम करना आता है। और नाही लोगों की आरोग्य समस्या पर काम करते है, और ना ही युवाओं के रोजगार पर कोई काम करते है।
सांबरे ने कहा यदि मैं चुन कर आता हूं तो कोई राजकरण नहीं, केवल लोगों की सेवा करूंगा। मैं दूसरों की तरह किसी पर ज्यादती नहीं करूंगा, किसी की जमीन नहीं हड़पुंगा और नाहीं किसी को कोई तकलीफ पहुंचने दूंगा। मैं खुद का विकास नहीं बल्कि भिवंडी लोकसभा क्षेत्र का विकास करूंगा। आज यहां बच्चों की उच्च शिक्षा हेतु कोई डिग्री कॉलेज नहीं है। टोरेंट पावर कंपनी जैसी अनेकों समस्याओं को जल्द से जल्द खत्म करने की बात निलेश सांबरे ने कही है।
इसके साथ ही उन्हें अपने सभी समर्थकों का आभार व्यक्त किया है।
